क्या आप जवान स्वस्थ्य और सुंदर नहीं होना चाहते। शायद आप नहीं जानते कि आपके भोजन को स्वादिष्ट बनाने बाली मशरूम में आपकी सुंदरता और स्वास्थ्य के राज छिपे है। कोई बात नहीं हम आपको आपके रसोई में रखी हुई मशरूम के गुणों से आपका परिचय कराते जिन्हें आप अब तक नहीं जानते थे। यह आपके शरीर के अधिकांश भाग के लिए जरूरी पोषण उपलब्ध कराता है। आपकी त्वचा और संपूर्ण शरीर के स्वास्थ की द्रष्टि से ये महात्वमूर्ण है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मशरूम एक प्रकार का कवक होता यह सामान्य रूप से पाएं जाने वाले कुर्कुमुत्ता की प्रजाती का होता है। आइए मशरूम के दैनिक जीवन में उपयोग करने के फायदे जाने-
मशरूम के स्वास्थ्य लाभ – Health benefits of Masroom
आज मशरूम शाकाहारी या मांसाहारी हर वर्ग के लोगों के लिए खाने का विकल्प बन गया है और हो भी क्यों ना क्योंकि इसमें ऐसे पोषक तत्वों की उपस्थिति होती है जो हमारे शरीर के अतिआवश्यक होते है। वैज्ञानिको का मानना है कि मशरूम एक जैविक किस्म की फसल है, जिसमें ढेरों प्रोटीनो और विटामिन होते है। मशरूम के सेवन से विभिन्न प्रकार के केंसरों की रोकथाम की जा सकती है साथ ही साथ यह मधुमेह से लड़ने में सहायक होता है। इसमें ऐसे तत्व होते है जो हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के साथ हमारे पाचन तंत्र को भी ठीक करता है। मशरूम हमारे वजन को बढ़ाने में सहायक होता है। मशरूम को औष्धीय रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
मशरूम मे पाए जाने वाले पोषक तत्व – Masroom me paye jane bale poshk tatva
मशरूम प्राकृतिक विटामिन डी के बहुत अच्छे उत्पादक होते हैसाथ ही साथ इसमें जर्मेनियम , ट्रेस खनिज, तांबा, नियासिन, पोटेशियम, अैर फास्फोरस जैसे अन्य खनिज भी शामिल है । वे विटामिन सी, प्रोटीन कैल्शियम ओर लोहे में भी समृध हैं। इसके अलावा मशरूम में अघुलनशील चिटिन ौर घुलनशील बीटा ग्लूकेन्स होते है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते है।
मशरूम के स्वास्थ संबंधी लाभ – Masroom Health benefits in Hindi
हमारे शरीर को स्वस्थ, निरोगी, सुंदर बनाने की क्षमता मशरूम में होती इसमें ऐसे बहुत सारे गुण होते जो हमारे शरीर के लाभ दायक होते है स्वास्थ के प्रति मशरूम के कुछ लाभ हम आपको बताते हैलोअर
मशरूम के लाभ कोलेस्ट्रोल कम करें – Masroom ke labh cholestrol kam kare
मशरूम आपका वजन घटाने में सहायक होता है क्योंकि इसमें प्रोटीन तो भरपूर मात्रा में होता है परंतु वसा और कार्बोहाइड्रेट बहुत ही कम मात्रा में होता है। इसमें फाइबर और कुछ एंजाइम भी होते है जो कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक होते है। यह एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल या अच्छे कोलेस्ट्रॉल के बीच संतुलन बनाकर हृदय संबंधी रोग जैसे दिल का दौरा पडना आदि में हमारी मदद करता है।
एनीमिया के इलाज में मशरूम का उपयोग – Masroom ka upyog animiya me
एनीमिया रोग खून में लोहे की कमी की वजह से होता है जिसके फलस्वरूप थकान सिरदर्द कमन्यूरल फंक्शन और पाचन संबंधी समस्याएं होती है। मशरूम में सामान्यता ८० से ९० प्रतिशत तक लोहा पाया जाता है जिसे हमारा शरीर लगभग पूरा का पूरा अवशोषित कर सकता है जिसके कारण हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढावा देता है हमारी प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है।
मशरूम केंसर को रोकने में सहायक – Cancer ko rokne me shayak masroom
मशरूम में बीटा-ग्लूकेन्सऔर संयुग्मित लिनोलिक एसिड उपस्थित होता है जिसके कारण स्तन और प्रोस्टेट दोनों प्रकार के कैंसर को रोकने में मशरूम बहुत अधिक प्रभावी होते हैं। लिनोनिक ऐसिड विशेष रूप से एस्ट्रोजन केहानिकारक प्रभावों को दबाने में सहायक है, वहीं बीटा-ग्लूकेन्स पोस्टेट कैंसर की कोशिकाओं केविकास को रोकते है और कई अध्ययनों ने मशरूप की एंटीटय्मर्स के गुणों को दिखाया औषधीय रूप में उपयोग किया जाता है।
मशरूम एंटी ऑक्सीडेंट्स में समृद्ध हैं जो हमारे शरीर में हानिकारक मुकत कणों से लड़ते हें। अगर इनपर काप नहीं किया जाता है तो ये मुक्त होकर हमारे शरीर को नुकसान पहुँचाते है जो अंतत: कैंसर का रूप लेलेते है। सेलेनियम एक एक खनिज है जो मशरूम में पाया जाता है जो हमारे यकृत एंजाइम्स के कार्य में सहायता करता है, इस प्रकार हमारे शरीर में कुछ कैंसर के कारको को दूर करने में मदद करता है। विटामिन डी भी मशरूम में मौजूद होता है जो सेल विकास चक्र को नियंत्रित करता है और कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकता है।
मशरूम से मधूमेह की रोकथाम – masroom se madhumeh ki roktham
मशरूम मधुमेह के लिए एक उत्तम और असरकारी औषधी के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। मशरूम में कोई वसा, कोलेस्ट्राल नहीं होता। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत ही कम होती है, इसमें विटामिन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है। यह एक अच्छा इंसुलिन और एंजाइम धारक होता है जो भोजन से स्टार्च और चीनी को तोडने में मददकरते हैं। वे कुछ यौगिकों को शामिल करने के लिए भी उपयोग किये जाते है जो जिगर, अग्न्याशय और अन्य अंत:स्रावी ग्रंथियों केउचित कामकाज में मदद करते हैं, जिससे पूरे शरीर के इंसुलिन और उसके उचित विनियमन का निर्माण हो है । मधुमेह अक्सर संक्रमण से होता है। इसके प्राकृतिक एंटीबायोटिक गुणों से मधुमेह रोगियों को काफी मदद मिलती है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक – Immunity ko majboot kare masroom
मशरूम में मौजद एक शक्तिशाली एंटीऑकसीडेंट एर्गोथियोनिनबाहरी संक्रमणों से सुरक्षा पेदान करने के साथ ही प्रनिरक्षा प्रणाली को बढ़ो में बहुत अधिक प्रभावी होता है। वास्तव में यह एक एमिनो एसिड होता है जिसमें सल्फर होता है, जो आम तौर पर हमारे शरीर में कम होता है। मशरूम में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढाने के लिए अद्वितिय माना जाता है। मशरूम में प्राकृतिक एंटीबायोटिक(पेनिसिलिन के समान) होती है जो माइक्रोबियल विकास और अन्य कवक संक्रमणों को रोकते हैं। ये एक ही पॉलिसेकेराइड, बीटा-ग्लूकेन्सश शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को उत्तेजित और नियंत्रित कर सकते हैं। वे अल्सर और अल्सर के घावों को ठीक कर सकते है।
मशरूम द्वारा निम्न रक्त चाप का नियंत्रित – low blood pressure cantrol kare masroom
विभिन्न प्रकार के मशरूम के अध्ययन, जिनमें शिटिक और मैटेक मशरूम शामिल हैं, उनमें पोटेशियम की मात्रा अधिक पाई जाती है। पोटेशियम रकत वाहिकाओंमें एक वैसोडीलेटर, आराम तनाव के रूप में कार्य करता है, उच्च रक्त चाप कई घातक स्थितियों से जुड़ा है, विशेष रूप से दिल के दौरे और स्ट्रोक से । इसलिए मशरूम का नियमित सेवन करने से हम ऐसी खतरनाक बीमारी से बच सकते है।
मशरूम आपकी हडृडियों को मजबूत बनाता है – Haddiyo ko majboot kare masroom
मशरूम में कैल्शियम पर्याप्त मात्रा होता है जो हमारी हडृडीयों को मजबूत करने में सहायता करता है और हडिृडयों के गठन में भीसहायता करता है इस प्रकार आपके आहार में मशरूम को शामिल करने से आवश्यक कैल्शियम प्राप्त हो जाता है। साथ ही साथ यह ऑस्टियोपोरोसिस और हडिृडयों के ह्रास की गति सेसंबंधित अन्य बीमारियों और जोडों के दर्द आदि से आपको छुटकारा दिलाता है।
मशरूम दिलाए कुपोषण से मुक्ति –
मशरूम हमारे लिए एक महात्वपूर्ण और उपयोगी खाद्य सामग्री के रूप प्रयोग किया जाने वाला आहार बन चुका है, लेकिन हम इसे केवल स्वाद की द्रष्टि से ही परिचित है जबकि यह हमारे लिए अतिमहात्वपूर्ण है इसमें उपस्थित वसा, प्रोटीन, विटामिन एंजाइम, कार्बोहाइड्रेट आदि हमारे शरीर का पोषण तो करते ही करते बल्कि वे पोषक तत्व जो कहीं और से नहीं मिलते मशरूम से मिल जाते इस तरह कुपोषण से लडने के लिए मशरूम एक अच्छा विकल्प है।
मशरूम के फायदे सूजन को रोकने में – masroom ke fayde sujan ko rokne me
मशरूम एक शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट होता है जिसे एर्गोथोनिन कहा जाता है जो सूजन को रोकने में मदद करता है । एक विशेष प्रकार के मशरूम, जिसे रीशी मशरूम के रूप में जाना जाता है वह रोगो से लडने में मदद करता है, ओर टयूमर की वृद्धि और एलर्जी प्रतिक्रियाओं कोकम करता है। इस रीशी मशरूम का उपयोग एशिया में हजारों सालों से उनके प्रतिरोधी गुणों के कारण उपयोग किया जा रहा है।
दिलों की दवा मशरूम – swasth dil ki dawa masroom
मशरूम आपके दिल की दवा बन सकता है, क्योकि इसमें फाइबर, विटामिन सी और पोटेशियम होते हैं जो हृदय रोगों को रोकने में मदद करते है मशरूम में पोटेशियम की मात्रा अधिक और सोडियम की मात्रा बहुत ही कम होती है और यह संयोजन रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। यह बदले में उच्च रक्त चाप और हृदय से संबंधित बीमारीयों को रोकने में असरकारक होता है।
मशरूम से होने वाले नुकसान – masroom se hone bale nuksan
मशरूम ना जाने कितने गुणों से परिपूर्ण है, लेकिन यह भी सत्य है कि कोई भी वस्तु किसी एक के लिए अच्छी होगी तो जरूरी नही कि सभी के लिए अच्छी हो । ठीक उसी प्रकार मशरूम के भी दोष होते है जिन्हें समझ लेने में ही हमारी भलाई है ।
हमारे द्वारा खाने वाली मशरूम और जंगली मशरूम में ज्यादा कोई अंतर नहीं होता है इसलिए इनमें फर्क करना आसान नहीं होता है । हमारे द्वारा यदि जंगली मशरूम का सेवन कर लिया जाए तो यह हमारे लिए काफी घातक हो सकता है, जंगली मशरूम हमारे लिए अनेको बीमारी का कारण बन सकता है और यह किसी की मौत का कारण भी बन सकता । चूंकि मशरूम में मौजूद बीटा-ग्लुकेन्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है जिसे जंगली मशरूम से क्षति हो सकतीहै। जंगली मशरूम गठिया, ल्यूपस, अस्थमा जैसे कई रोगो को आमंत्रण दे सकता है।
स्वास्थ की द्रष्टि से कोइ भी दवा किसी बीमारी रोधक का कार्य करती है तो कभी कभी वह किसी अन्य बीमारी को बढ़ावा देने का कार्य भी करती है, या यूँ कहें कि मशरूम यदि हानिकारक परिस्थितियों को कम कर सकते है तों वे कुछ हानिकारक परिस्थितियों को बढ़ा भी सकतें हैं। यह सभी को पता है कि सभी मशरूम खाने योग्य नहीं होती और कुछ को अधिक विषैली श्रेणी में रखा गया है। यही कारण है बहुत से लोग मशरूम का उपभोग करने बीमार पड़ जाते है।